चरवाहें मेरी नज़रों में एक क़िस्म के खोजी व्यक्ति है। वो खोजते है मार्ग, खाना, पानी अपने मवेशियों के लिए। वे हर दिन एक नयी उम्मीद के साथ निकलते है और नये अनुभवों को समेटे शाम को लौट आते है वे प्रत्येक मार्ग पर स्वच्छंद होकर यात्रा करते है स्वीकारते है परिस्थितियों को और वर्तमान में जीते है। वे सभी अच्छे बुरे घटित हो रहे की ज़िम्मेदारी लेते है और नहीं रखते अपेक्षा औरों से अपने लिए। मैं भी जीना चाहती हूँ चरवाहों जैसा स्वच्छंद जीवन बिना किसी की अपेक्षाओं का बोझ उठाए । -शालिनी
शब्द मेरी भावनाओं के चोले में