Tuesday 26 February 2019

रिक्तता

रिक्तता भीतर की
जो कि
भरना चाहती है

कविता, ग़ज़ल,
प्यार, दोस्ती,
यात्रा, किताब,
संगीत, कला,
युद्ध, विजय आदि
जैसे माने है
इसे भरने के

बावजूद इसके भी
नहीं भर पाती है
और हमारे ही
किसी कोनें में
रह जाती ये रिक्तता।

-- शालिनी पाण्डेय

Monday 25 February 2019

इतिहास का विषय

पहाड़ से
मैदान की ओर
लगातार बह रहा
लोगों का हुज़ूम

एक दिन बना देगा
पहाड़ के जीवन को
सिंधु घाटी की तरह
इतिहास का एक विषय

जो पढ़ाया जाएगा
बिना समझे ही
स्कूल में
हमारे द्वारा।

- शालिनी पाण्डेय

क्यूं

अब जब मैं
निकल आई हूं
तुमसे दूर

इतना दूर
कि सूरज की रोशनी भी
मुझे नहीं छू सकती

अब तुम क्यूं
मुझे वापस
ढूढंने निकले हो?

--  शालिनी पाण्डेय

Sunday 24 February 2019

घर


कुछ करने की चाह में
कुछ बनने के प्रयास में
कुछ पा सकने की आस में

मैंने देखा है
कई बार अपने
घर को दूर
धुंध में ओझल होते हुए।

- शालिनी पाण्डेय

Saturday 23 February 2019

शीशे की नाराजगी

मेरे घर का शीशा
कितना नाराज हुआ
जब तुम आये थे
तुम बिल्कुल मेरे
प्रतिबिंब जैसे थे
हाड़ मास से नहीं
वरन संवेदनाओं से।

- शालिनी पाण्डेय

Friday 22 February 2019

घटनाएं

ये रोजमर्रा की
घटनाओं वाली दुनिया
हर पल कुछ
घट रहा है

और साथ ही
घट रहे है
जीने के दिन भी।

- शालिनी पाण्डेय

इमारत


सोचती हूँ
तुम्हारे लिए
एक
इमारत बनाऊ

कंकड़
पत्थर
संगमरमर से नहीं

वरन
शब्दों,
कलम
और कविताओं से

जहाँ तुम
दुनिया से थक
जाने पर
आराम कर सकोगें।

- शालिनी पाण्डेय

Thursday 21 February 2019

उसकी आंखें

पहली बार
मैंने उसकी आँखों
को पढ़ा
उसकी आँखें
बया कर रही थी
वो सब
जो वो जुबान तक
ना ला पाया था

देखा मैंने
स्नेह के उमड़ रहे
सैलाब को
जिसमें वो तैरना
सीख चुका था

और
मैंने महसूस किया
उसके भीतर की
उष्णता को
जो उसे बाहर से
ठंडा बनाये हुए थी।

-- शालिनी पाण्डेय

हिमालय की अछूती खूबसूरती: पंचाचूली बेस कैंप ट्रैक

राहुल सांकृत्यायन मानते थे कि घुमक्कड़ी मानव-मन की मुक्ति का साधन होने के साथ-साथ अपने क्षितिज विस्तार का भी साधन है। उन्होंने कहा भी था कि-...