Tuesday 26 February 2019

रिक्तता

रिक्तता भीतर की
जो कि
भरना चाहती है

कविता, ग़ज़ल,
प्यार, दोस्ती,
यात्रा, किताब,
संगीत, कला,
युद्ध, विजय आदि
जैसे माने है
इसे भरने के

बावजूद इसके भी
नहीं भर पाती है
और हमारे ही
किसी कोनें में
रह जाती ये रिक्तता।

-- शालिनी पाण्डेय

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