सभी प्रेमिकाएं नहीं चाहती घर और गाड़ियां , सभी प्रेमिकाएं नहीं करती हर वक़्त श्रृंगार , सभी प्रेमिकाएं नहीं मांगती आठों पहर प्रेमी का ध्यान , सभी प्रेमिकाएं नहीं रखती प्रेम में वक़्त का हिसाब , कुछ प्रेमिकाएं ताउम्र मन में जगाये रहती है प्यार की लौ और उन्हें चाहिए होते है बस, मौन के कुछ क्षण अपने प्रेमी के साथ। - शालिनी पाण्डेय
शब्द मेरी भावनाओं के चोले में