Thursday 9 July 2020

नाराज़

मैं हजार कोशिशें 
कर भी लूं अगर
तुम्हें भुलाने की,
एक बार को कह भी दूँ
कि तुमसे नाराज़ हूं

लेकिन सच तो ये ही है
कि ना तुमसे 
नाराज़ रहा जा सकता है
ना भुलाया ही 
जा सकता है।

-शालिनी पाण्डेय 

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