मेरा आंगन अक़्सर भरा होता है
तेरे होने की कल्पनाओं से,
दूरियों की धूप तले छांव है
अहसास तेरे होने का,
पंछी के सांझ की आस है
अहसास तेरे होने का,
हताश समय में हौसला है
अहसास तेरे होने का,
अहसास 'तेरे होने का' ही है
अहसास मेरे होने का....
- शालिनी पाण्डेय
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