किसी रोज मैं
घण्टों पियानो
के पास बैठ कर
संगीत बुनने का
प्रयास करती हूं,
सिर्फ इसलिए कि
मुश्किल छणों में
इसकी धुन से
तुम्हारे मन को
गुंजायमान कर सकूँ ।
- शालिनी पाण्डेय
राहुल सांकृत्यायन मानते थे कि घुमक्कड़ी मानव-मन की मुक्ति का साधन होने के साथ-साथ अपने क्षितिज विस्तार का भी साधन है। उन्होंने कहा भी था कि-...
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