Tuesday 3 April 2018

मेरे करीबी


तेरी आवाज के लिए
घंटों इंतजार करना
उठते ही तेरी खैरियत
की दुआ करना

तेरी खुशियों पर
खुश हो जाना
तेरे गमों से
दुखी हो जाना

तेरी सफलता पर
जश्न मनाना
तेरी असफलता में
साथ निभाना

तेरी झलक दिखने पर
खुश होना
तेरे मुस्कुराने पर
खुशी से पागल हो जाना

तेरी बातों को
सुनते जाना
तेरी चुप्पी को
महसूस करना

तेरी तस्वीर देखते देखते
सो जाना
तेरी यादों में
डूब जाना

तेरे बिना जी रही हूं
फ़िर भी तू ही साथ है
इतना दूर होकर भी
कितना करीब है

कितना कुछ है
तेरे बारे में सोचने को
ये इतना सारा है कि
जिंदगी भर जी सकती हूं।

- शालिनी पाण्डेय

No comments:

Post a Comment

हिमालय की अछूती खूबसूरती: पंचाचूली बेस कैंप ट्रैक

राहुल सांकृत्यायन मानते थे कि घुमक्कड़ी मानव-मन की मुक्ति का साधन होने के साथ-साथ अपने क्षितिज विस्तार का भी साधन है। उन्होंने कहा भी था कि-...