Saturday 3 July 2021

तुम्हारे बारे में

तुम्हारे बारे में
जितना भी जिक्र करूँ
कम है...

तुम्हारी याद में
जितनी भी कविताएं लिखूं
कम है...

तुम्हारे साथ में
जितनी भी यात्राएं करूँ 
कम है...

तुम्हारे विछोह में
जितनी भी आहें भरूँ
कम है.....

-शालिनी पाण्डेय 

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