Thursday 14 November 2019

ताउम्र

ताउम्र 
सूरज बन कर मैं
तुम्हारे छितिज पर
उगता रहूंगा
और 
रोशन करता रहूंगा
अंधेरे से कुम्हला रहे
तुम्हारे हिस्सों को।।

- शालिनी पाण्डेय 

No comments:

Post a Comment

हिमालय की अछूती खूबसूरती: पंचाचूली बेस कैंप ट्रैक

राहुल सांकृत्यायन मानते थे कि घुमक्कड़ी मानव-मन की मुक्ति का साधन होने के साथ-साथ अपने क्षितिज विस्तार का भी साधन है। उन्होंने कहा भी था कि-...