Saturday 25 April 2020

चांद के घाव

आज रात
छत पर जाते ही  
फूट-फूट कर
रोने का मन किया, 
चांद की चमक के पीछे छुपे
घावों को देख लेने भर से।

- शालिनी पाण्डेय 

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