Thursday 9 May 2019

यादों की ओर

निकल पड़ी हूं आज मैं
अपने यादों के शहर की ओर

देखो मैंने बढ़ा दिया है
एक कदम तुम्हारी ओर

आशा है अब तो  तुम भी चलोगे
कुछ कदम मेरी ओर ।

- शालिनी पाण्डेय

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