जब अहसास लोटते है, शब्द झूलते है, बूंदे बरसती है, चित्र बिखरते है, तुम शांत चित्त , करुणाशील आँखे, गंभीर स्वभाव, विशाल हृदय हो, आँखें मूँदते ही चले आते हो। - शालिनी पाण्डेय
शब्द मेरी भावनाओं के चोले में
शब्द मेरी भावनाओं के चोले में